यूपी पुलिस में ये खेल भी होता है

 


लखनऊ/कानपुर / कानपुर में पुलिस लाइन में तैनात 11 फॉलोवरों द्वारा बड़ा फर्जीवाड़ा किये जाने का मामला सामने आया है, अपनी जगह पर बाहरी लोगों से काम करवाते रहे और खुद वेतन उठाते रहे। इसके बदले ये लोग बाहरी व्यक्ति को पांच से सात हजार रुपये महीना देते थे।यह सारा खेल फॉलोवर और मुंशी की मिलीभगत से चल रहा था। सीओ लाइन की जांच में खुलासा होने के बाद सभी को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है, साथ ही मुंशी को हटाकर पनकी थाने भेजा गया है। पुलिस विभाग में अफसरों के दफ्तर और घरों पर फॉलोवरों की तैनाती की जाती है।
पुलिस लाइन में भी इनकी ड्यूटी लगती है। खाना बनाना, साफ सफाई समेत रोजमर्रा के सारे काम यही देखते हैं।पुलिस लाइन में तैनात 11 फॉलोवरों ने अपनी-अपनी जगह पर एक-एक बाहरी शख्स को नौकरी पर रख लिया और अपनी काम इन्ही से कराते रहे। खुद कोई ठेकेदारी करता रहा तो कोई आराम फरमाता रहा। एसपी (पश्चिम) डॉ. अनिल कुमार के अनुसार मामले में सीओ लाइन ने जांच की, जिसमें ये सभी दोषी पाए गए हैं, सभी पर विभागीय दंडात्मक कार्रवाई की गई है।
इन पर हुई कार्रवाई, मुंशी था बड़ा खिलाड़ी…..
एसपी के अनुसार सुनील तिवारी, शिव प्रकाश तिवारी, आशीष कुमार सिंह, अशोक कुमार, अनुपम कठेरिया, अमर सिंह, लिकधर प्रसाद, अनूप कुमार, संतोष त्रिपाठी, बबिता और रूबी खातून पर कार्रवाई की गई। पूरे खेल में फॉलोवर मुंशी दीपक बड़ा खिलाड़ी है, उसी की मिलीभगत से पूरा फर्जीवाड़ा हो रहा था। उसे भी मोटी रकम पहुंचती थी। कुछ समय पहले ट्विटर पर एक शिकायत की गई थी कि कुछ फॉलोवर अपनी जगह पर किसी और से काम करवाते हैं। शिकायत को संज्ञान में लेकर तत्कालीन सीओ कैंट/सीओ लाइन सत्यजीत गुप्ता को मामले की जांच सौंपी गई थी, जांच में शिकायत सही पाई गई।

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,


Sources:Hind vatan News portal

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