हिमाचल, उत्तराखंड के डीजीपी के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस भी ले सकती है जमात में शामिल लोगों पर फैसला


 



 



 




देहरादून/ लखनऊ. तबलीगी जमात में शामिल लोगों को लेकर हिमाचल के बाद अब उत्तराखंड पुलिस ने सख्ती बरत ली है. उत्तराखंड के डीजीपी अनिल रतूड़ी ने जमात में शामिल हुए लोगों को स्वयं सामने आने की बात कही. उन्होंने कहा कि यदि जमात में शामिल हुए लोग सामने नहीं आते हैं तो उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होगा.


उत्तराखंड में होगा हत्या का मुकदमा


उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने कहा कि वर्तमान में पूरा देश कोरोना के प्रभाव से पीड़ित है. इसके चलते पूरे देश में लॉक डाउन चल रहा है. पिछले कुछ दिनों में देखने में आया कि कुछ लोग दिल्ली में जमात में शामिल हुए तथा अब उनमें से कई लोग इस बीमारी की चपेट में है. ऐसे ही कुछ लोग सामने आने से डर रहे हैं. उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि जमात में शामिल सभी लोग स्वयं सामने आएं और अपना चेकअप करवाएं. साथ ही साथ अपना और अपने परिवार और आसपास के लोगों को इस महामारी की चपेट में आने से बचाएं. उन्होंने उत्तराखंड में निवास करने वाले ऐसे लोगों को चेतावनी भी दी जो जमात में गए थे और अपनी पहचान छुपा रहे हैं. डीजीपी ने आज शाम तक सरेंडर करने का मौका दिया है उन्होंने कहा कि यदि जानबूझकर किसी ने पहचान छुपाने या संक्रमण फैलाने का प्रयास किया तो न केवल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट, आईपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज होगा बल्कि साथ ही साथ अटेम्प्ट टू मर्डर में भी उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी. यदि किसी व्यक्ति के संक्रमण के कारण आसपास किसी की मृत्यु होती है तो हत्या का मुकदमा लिख कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.


हिमाचल पुलिस ने पहले ही डेड लाइन जारी की थी


कल हिमाचल के डीजीपी सीताराम मर्डी ने तबलीगी जमात में शामिल होने बीमारी या विदेशी दौरे की जानकारी छिपाने वालों को रविवार शाम 5:00 बजे तक सरेंडर करने की चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था यदि स्वास्थ्य विभाग पुलिस या जिला प्रशासन को जानकारी नहीं दी जाती तो ऐसे व्यक्ति के खिलाफ हत्या के प्रयास और मृत्यु होने पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाएगा. डीजीपी ने वीडियो जारी कर यह चेतावनी सार्वजनिक की थी. हिमाचल में तकरीबन कई लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है. सबसे आश्चर्यजनक बात यह रही कि इनमें से किसी ने भी पुलिस और प्रशासन से संपर्क नहीं किया बल्कि पुलिस ने स्वयं ही इनको ढूंढा था. हिमाचल में आपदा प्रबंधन एक्ट की धाराओं में 85 लोगों के खिलाफ 17 मामले भी दर्ज हो चुके हैं लेकिन अभी भी लापरवाही की देखी जा रही है.


उत्तर प्रदेश के डीजीपी ले सकते हैं कठोर फैसला


पहले हिमाचल फिर उत्तराखंड पर अब उत्तर प्रदेश में भी तबलीगी जमात में शामिल लोगों को लेकर कठोर फैसला उत्तर प्रदेश पुलिस ले सकती है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में भी लगातार जमात में शामिल लोगों को ढूंढने का काम चल रहा है. जमात से जुड़े हुए काफी लोग अभी अपनी पहचान छुपाए हुए हैं. पुलिस अपने स्तर से ही सबको खोज रही है. उत्तर प्रदेश में भी कोरोना की संख्या जमात से लौटे लोगों के कारण अचानक बढ़ गई है. ऐसे में माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार भी इस दिशा में कोई कठोर फैसला जल्द ही ले सकती है. प्रदेश सरकार और पुलिस के द्वारा लगातार जमात में शामिल और कोरोना के लक्षणों से पीड़ित लोगों से सामने आकर स्वास्थ्य जांच कराने की अपील की जा रही है. बावजूद इसके लोग अपनी पहचान छुपा रहे हैं जो चिंता का विषय बना हुआ है.




 







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