ऐसे निकाली जाती हैजंगली शहद,चट्टानों के बीच बने होते हैं विशाल छत्ते,चाटते ही छा जाता है नशा

 


मीठा-मीठा शहद किसे अच्छा नहीं लगता। मार्केट में अब तो कई तरह के नकली शहद भी मिलने लगे हैं। असली और नकली शहद की पहचान करना काफी आसान है। अगर शहद जम जा रहा है यानी वो नकली है। असली शहद कभी नहीं जमता। अक्सर हम घरों की छत पर या बड़े इमारतों के बाहर काले रंग के छत्ते देखते हैं। इंसानी इलाकों में इन छत्तों का रहना काफी खतरनाक हो सकता है। जरा सी लापरवाही में ही ये मधुमक्खी अटैक कर देती हैं।

सोशल मीडिया पर मधुमक्खी के विशाल छत्तों से शहद निकालते शख्स का वीडियो काफी देखा जा रहा है। शख्स रस्सी से टंगा हुआ नजर आया। एक लकड़ी की सहायता से शख्स मधुमक्खी के छत्ते को तोड़ रहा था। इस दौरान छत्ते पर काफी सारी मधुमक्खियां नजर आई। शख्स ने एक प्रोटेक्टिव सूट पहन रखा था, जिस वजह से उसे मधुमक्खियों के डंक का डर नहीं था। लेकिन लोगों की नजर छत्ते के आकार पर आकर टिक गई। ये साइज में काफी ज्यादा बड़े थे।

जंगली शहद के छत्ते

जैसे ही वीडियो को पोस्ट किया गया, ये वायरल हो गया। इसमें दिखाई दे रहे छत्ते काफी अब्दे थे। आम छत्तों की तुलना में इनका आकार काफी बड़ा था। साथ ही इन्हें जैसे ही तोड़ा गया, इनसे शहद टपकने लगा। वीडियो देखने के बाद लोगों ने बताया कि ये जंगली शहद के छत्ते हैं। इनका शहद काफी नशीला होता है। थोड़ा सा खाने पर ही मदहोशी सी छाने लगती है।

हाथों से किया जमा

वीडियो देखने के बाद लोग हैरान रह गए। कई लोगों ने लिखा कि उन्होंने इतने बड़े छत्ते कभी नहीं देखे थे। वहीं कुछ ने लिखा कि अगर ऐसे छत्ते शहरों में बनने लगे तो भगवान ही बचाए। इन छत्तों को बाल्टी में उठाकर इनसे हाथों से शहद निकालकर अलग किया जाता है। नेचुरल शहद में किसी तरह का प्रिजर्वेटिव नहीं मिलाया जाता। ये अपनेआप ही सालों तक ठीक रहता है।

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