कोटद्वार:खनन माफिया की दबंगई,मेडिकल कॉलेज की खोद डाली जमीन

 



देहरादून: उत्तराखण्ड ऐसे संवेदनशील राज्य में आपदाओं के बादल हमेशा मंडराते रहते हैं। सरकार के लाख प्रयासों के वावजूद काफी बड़ी संख्या में जनधन का नुकसान होता है जिसे यहां के बाशिंदों को भुगतना पड़ता है। इतना ही नहीं इस बात की आवाज अक्सर उठती रहती है कि प्रदेश में माफियाओं का बोलबाला है चाहे शराब माफिया हो ,शिक्षा माफिया हों या फिर खनन माफिया सरकारों पर ये इल्जाम लगते रहे हैं कि सरकारें माफियाओं की गोद में बैठजाती हैं,लेकिन इस बात में कितनी सच्चाई है ये इस बात से नजर आई।

आपको बता दें कि कोटद्वार कोटद्वार के भाबर क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज के लिए आवंटित जमीन को माफिया ने अवैध खनन कर खोद डाला। चिकित्सा शिक्षा विभाग को आवंटित 192 बीघा भूमि पर अवैध खनन के कारण 15 से 20 फीट तक गहरे गड्ढे बन गए हैं। इतना ही नहीं जमीन के चारों तरफ बनी चाहरदीवारी का ज्यादातर हिस्सा ध्वस्त हो चुका है। विभागीय जांच में यह खुलासा होने के बाद शासन ने पौड़ी के डीएम को तत्काल अवैध खनन रोकने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

गौरतलब है कि पूर्व में प्रदेश सरकार ने कोटद्वार क्षेत्र में राजकीय मेडिकल कॉलेज स्वीकृत किया था। इसके निर्माण के लिए कलाल घाटी के लक्षमपुर में सरकारी भूमि चिन्हित कर चिकित्सा शिक्षा विभाग को आवंटित की थी। कांग्रेस सरकार के समय मेडिकल कॉलेज के लिए चार करोड़ का बजट भी स्वीकृत किया गया था। जिससे चयनित जमीन में चाहरदीवारी व ट्यूबवेल का काम किया गया था। लेकिन अब ट्यूबवेल भी नहीं दिख रहा है।

आवंटित सरकारी जमीन पर मेडिकल कॉलेज तो नहीं बन पाया, लेकिन माफिया ने इसे खनन का पट्टा बना दिया। चिकित्सा शिक्षा विभाग के सहायक अभियंता ने जमीन का निरीक्षण का विभाग को जो रिपोर्ट सौंपी, उसमें खनन की पुष्टि हुई है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने मामले में त्वरित कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी पौड़ी को पत्र लिख दिया है।

कोटद्वार में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज की जमीन पर अवैध खनन का मामला सामने आया है, इसे रोकने के लिए जिलाधिकारी को पत्र भेजा गया है।
.डॉ0आर राजेश कुमार, सचिव, स्वास्थ्य

यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। यदि मेडिकल कॉलेज की जमीन पर अवैध खनन हो रहा है तो आरोपियों के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

.आशीष चौहान,डीएम, पौड़ी

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