मंदिर, मां और मर्डर,नाबालिग बेटी ने प्रेमी संग मिलकर रची खूनी साजिश

 


आगरा में एक कारोबारी की पत्नी का कत्ल हुआ। पुलिस ने तहकीकात की। सर्विलांस का सहारा लिया। सीडीआर खंगाली गई। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी गई और जब कत्ल के इस मामले का खुलासा हुआ तो दो लोग सबसे ज्यादा उलझ कर रह गए। एक मरने वाली महिला के घर वाले और दूसरा इस मामले की तहकीकात में जुटे पुलिस वाले। क्योंकि कातिल का चेहरा ही कुछ ऐसा था। जिसे देख और जानकर हर कोई हैरान रह गया। आइए आपको भी बताते हैं, दिल दहला देने वाले इस हत्याकांड की पूरी कहानी।जूतों का कारोबार करने वाले उदित बजाज की 15 साल की बेटी दोपहर को बाजार जाने की बात कह कर घर से निकली और देर तक नहीं लौटी।

बेटी के नहीं आने पर उदित की पत्नी अंजलि ने बेटी को फोन किया। बेटी ने व्हाट्स एप पर अपनी मां से कहा कि वो ककरैठा के बनखंडी मंदिर के पास है। वो आएं और उसे अपने साथ घर ले जाएं। बेटी से बात हो जाने के बाद अंजलि उसे लेने घर से निकली। वो अपने पति उदित बजाज को साथ लेकर बनखंडी मंदिर पहुंच गई। लेकिन अभी दोनों पति-पत्नी मंदिर तक पहुंचे ही थे कि तब तक पिता उदित के मोबाइल फोन पर बेटी का मैसेज आ गया कि वो बनखंडी मंदिर से निकल कर गुरु के ताल पहुंच गई है। इसलिए वो उसे लेने सिकंदरा चौराहा चले आएं। अब पिता उदित बजाज ने पत्नी अंजलि को बनखंडी मंदिर के पास छोड़ा और बेटी को लेने सिकंदरा चौराहे की ओर निकल पडे़ लेकिन अभी वो सिकंदरा चौराहा पहुंचे ही थे कि बेटी ने उन्हें फोन पर बताया कि वो अपने घर शास्त्रीपुरम पहुंच गई है, इसलिए अब उन्हें गुरु के ताल आने की जरूरत नहीं है।


बनखंडी मंदिर के करीब से लापता हुई अंजलि

उदित थोड़ा झुंझलाए तो जरूर, लेकिन बेटी से बातचीत होने के बाद वो अपनी बीवी को पिक करने के लिए एक बार फिर से बनखंडी मंदिर की ओर गए। लेकिन वहां जाकर उन्हें तब हैरानी हुई, जब उन्होंने देखा कि अंजलि तो मंदिर में है ही नहीं। उन्होंने अंजलि को आस-पास ढूंढा और उसे फोन करना शुरू कर दिया। लेकिन कई बार फोन लगाने के बावजूद उनकी अंजलि से बात नहीं हो सकी। अंजली का फोन हर बार स्विच्ड ऑफ आ रहा था। इसके बाद उन्होंने कुछ नाते-रिश्तेदारों को भी फोन किया और जब अंजलि का कोई पता नहीं चला तो उन्होंने शाम तक इंतजार करने का फैसला किया।

9 किलोमीटर लंबे रास्ते की पड़ताल

अंजलि जब शाम तक घर नहीं लौटी तो बुधवार की रात को ही वो सिकंदरा थाने पहुंचे और उन्होंने अंजलि की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। अब आगरा पुलिस भी अंजलि की तलाश में लग गई। शास्त्रीपुरम में उनके मकान से लेकर बनखंडी मंदिर तक के 9 किलोमीटर के पूरे फासले की स्कैनिंग शुरू की गई। लेकिन बुधवार रात के बाद गुरुवार का पूरा दिन निकल जाने के बावजूद अंजलि का कोई पता नहीं चला।

मंदिर से कुछ दूर मिली अंजलि की लाश

उधर, गुरुवार की शाम होते-होते एक मनहूस खबर सामने आ गई। पुलिस को बनखंडी मंदिर के पास से ही किसी मुसाफिर ने फोन कर बताया कि मंदिर से थोड़ी दूर जंगल के अंदर नाले के पास एक महिला की लाश पड़ी है। अब सिकंदरा थाने की पुलिस फौरन मौका-ए-वारदात पर पहुंची और लाश का मुआयना किया। ये लाश अंजलि की ही थी। असल में अंजलि के पति ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए पुलिस को उसका हुलिया तो बताया ही था, उसकी तस्वीर भी सौंपी थी और जब पुलिस ने मंदिर के पास मिली इस लाश से अंजलि की तस्वीर मिलाई, तो वो हु ब हू मिल गई।

 

अंजलि के जिस्म को चाकू से गोदा

लाश पर चाकुओं से वार के कई निशान थे। साथ ही गला भी कटा हुआ था। अंजलि जिस तरह रहस्यमयी हालत में मंदिर के पास से गायब हुई थी और जिस तरह चाकुओं से वार कर उसकी जान ली गई थी, उसे देख कर साफ था कि किसी ने पूरी तैयारी से गहरी साजिश रच कर अंजलि की हत्या की है। लेकिन आखिर वो कौन हो सकता था?

कत्ल में बदला गुमशुदगी का मामला

गुमशुदगी का मामला अब कत्ल के मामले में तब्दील हो चुका था और पुलिस जांच शुरू कर चुकी थी। पुलिस को लगा कहीं ऐसा तो नहीं कि उदित के किसी कारोबारी दुश्मनी की वजह से तो उसकी पत्नी अंजलि का कत्ल हो गया हो। लेकिन इसी नतीजे पर पहुंचने के लिए उसे सबूतों की दरकार थी। इस कड़ी में सबसे पहले पुलिस ने अंजलि और उसके पति उदित के मोबाइल नंबरों की ही जांच की। लेकिन उन दोनों के फोन में सिवाय एक बात के कोई भी अजीब चीज नजर नहीं आई।

नाबालिग बेटी पर यूं हुआ शक

पुलिस ने देखा कि वारदात वाले दिन यानी बुधवार 7 जून को अंजलि की बेटी ने अपनी मां को घर से बुलाने के लिए 1 घंटे और 36 मिनट में अपनी मां के नंबर के अलावा एक और नंबर पर कुल 47 कॉल किए थे। जी हां, 47 कॉल। अब पुलिस ने बेटी का मोबाइल फोन कब्जे में लिया और उसकी जांच शुरू कर दी। लेकिन पुलिस को तब और हैरानी हुई, जब उसने देखा कि बेटी ने अपने मोबाइल फोन के तमाम चैट्स और कॉल लिस्ट सब डिलीट कर दिया है। अब पुलिस का शक इस नाबालिग बेटी पर और गहरा गया था। उसे लगने लगा कि कुछ तो है जो वो लड़की छुपाना चाहती है।


मोबाइल से मिला सुराग

पुलिस ने अब लड़की के मोबाइल फोन की और गहराई से जांच शुरू की और इस बार पुलिस को उसके मोबाइल फोन में कुछ ऐसी चीजें नजर आईं, जिन्हें देखने के बाद पुलिस को लगने लगा कि उसकी तफ्तीश सही दिशा में आगे बढ़ रही है। पुलिस ने देखा कि उसके मोबाइल फोन में एक लड़के के साथ लड़की की कई तस्वीरें मौजूद हैं। कुछ उसके सोशल मीडिया प्रोफाइल पर और कुछ गैलरी में। अब पुलिस ने लड़की से उस लड़के के बारे में पूछताछ की।

शक के दायरे में आया प्रखर गुप्ता

लड़की ने बताया कि लड़के का नाम प्रखर गुप्ता है, जो आगरा के ही दयालबाग इलाके में रहता है। हालांकि पुलिस के ये पूछने पर कि क्या लड़का उसका ब्वॉयफेंड है? लड़की ने जवाब ना में दिया। लेकिन लड़की के फोन में मौजूद तस्वीरों को देख कर पुलिस को प्रखर के बारे में शक तो हो ही चुका था। अब पुलिस ने बड़ी खामोशी से प्रखर के बारे में पता करना शुरू कर दिया। सबसे पहले तो पुलिस ने उसके मोबाइल नंबर की सीडीआर यानी कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकाल कर यही देखने की कोशिश की कि वारदात वाले दिन यानी बुधवार 7 जून को वो कहां था?

सामने आया एक अनजान नंबर

पुलिस ये देखकर चौंक गई कि जिस वक्त बनखंडी मंदिर के पास अंजलि अपने पति के साथ पहुंची थी और जिस वक्त वो मंदिर के पास से गायब हुई, उस समयावधि में यानी उस टाइमफेम में प्रखर का तो नहीं, लेकिन एक और मोबाइल नंबर बनखंडी मंदिर के पास मौजूद था। यानी वारदात के वक्त अंजलि की और उस गुमनाम नंबर के मोबाइल फोन की लोकेशन एक ही जगह पर थी। दोनों फोन एक ही टावर से कनेक्टेड थे।


प्रखर का दोस्त निकला शीलू

जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि ये नंबर गंजडुंडवारा के रहनेवाले शीलू नाम के किसी लड़के का है। लेकिन वारदात के वक्त इसी नंबर पर प्रखर का इंस्टाग्राम और लड़की का व्हाट्सएप दोनों चल रहा था। यानी इस नंबर का अंजलि के कत्ल से डायरेक्ट कनेक्शन था। अब पुलिस ने शीलू के बारे में पता लगाया, जो प्रखर का दोस्त निकला।

कातिल निकले प्रखर और शीलू

अब पुलिस ने बगैर देर किए प्रखर और शीलू दोनों को इंटरसेप्ट कर लिया। दोनों पकड़ लिए गए। पुलिस की हिरासत में पहले तो दोनों ने पुलिस को बरगलाने की कोशिश की। तमाम झूठी सच्ची कहानियां सुनाईं, लेकिन जब पुलिस ने उनका सबूतों से सामना करवाया, तो दोनों टूट गए और ये मान लिया कि उन्होंने ही प्रखर की गर्लफेंड की मां अंजलि का मर्डर किया है। उन दोनों ने चाकू से अंजलि का गला काटकर उसकी हत्या की थी।

नाबालिग बेटी भी कत्ल की साजिश में शामिल

इसके बाद दोनों आरोपियों ने जो बात कही, उसने पुलिस के साथ-साथ अंजलि के परिवार को भी सन्नाटे में डाल दिया। दोनों ने बताया कि अंजलि के कत्ल की इस साजिश में उनकी 15 साल की बेटी भी शामिल थी और वारदात को अंजाम देने के पहले और वारदात को अंजाम देने के दौरान भी वो पल-पल प्रखर और शीलू का साथ दे रही थी। जाहिर है 15 साल की एक छोटी सी लड़की का अपनी ही मां के कत्ल में शामिल होना हैरान करने वाला है। उससे भी ज्यादा चौंकाने वाली है वो वजह जिसकी खातिर उस लड़की के ब्वॉयफेंड ने इस वारदात को अंजाम दिया।


अंजलि नहीं चाहती थी बेटी और प्रखर का रिश्ता

पुलिस की मानें तो अपनी बेटी का मोबाइल फोन देखने के दौरान कुछ रोज पहले अंजलि और उदित को ये पता चल गया कि उनकी बेटी प्रखर नाम के किसी लड़के से मिल रही है। इस पर अंजलि ने बेटी पर पाबंदियां लगाने की शुरुआत कर दी। इसी कड़ी में वारदात से करीब 20 रोज पहले अंजलि ने अपनी बेटी से कह दिया कि अगर उसने प्रखर से मिलने का सिलसिला बंद नहीं किया, तो वो पुलिस से प्रखर की शिकायत कर उसे जेल भिजवा देगी। अंजलि ने ये बात अपने प्रेमी प्रखर को बताई और प्रखर ने उसी दिन से अंजलि को रास्ते से हटाने का प्लान बनाना शुरू कर दिया।

शीलू से किया था मोटी रकम का वादा

लेकिन हैरानी की बात ये रही कि खुद अंजलि की बेटी भी इस काम के लिए राजी हो गई और अपनी मां के मर्डर में उसने ब्वॉयफेंड का पूरा साथ दिया। इस काम को अकेले अंजाम देना प्रखर के लिए मुश्किल था। ऐसे में उसने अपने एक दोस्त शीलू को वारदात में उसका साथ देने के लिए राजी किया और बदले में उसे एक मोटी रकम देने का वादा भी किया। इसके बाद तय प्लान के मुताबिक वो सही मौके की तलाश करने लगे।

दोस्त के मोबाइल में चल रहा था इंस्टा और व्हाट्सएप

7 जून को पहले से तय प्रोगाम के मुताबिक पहले अंजलि की बेटी घर से बाहर निकली और उसने अंजलि को धोखे से बनखंडी मंदिर के पास बुला लिया। असल में बनखंडी मंदिर के पास का इलाका जंगली है, जहां कत्ल जैसी वारदात को अंजाम देना शहर के किसी भीड़-भाड़ वाली जगह के मुकाबले आसान था और इसी साजिश के तहत प्रखर और शीलू पहले से ही बनखंडी मंदिर के पास जंगलों में छुप कर बैठ गए। प्रखर वेब सीरीज देखने का शौकीन था। उसे पता था कि मोबाइल फोन से वो पकड़ा जा सकता है, इसलिए उसने पकड़े जाने से बचने के लिए कत्ल के वक्त खुद अपना मोबाइल फोन यूज नहीं किया, बल्कि दोस्त के मोबाइल फोन में अपना इंस्टा और गर्लफेंड का व्हाट्सएप चला रहा था।

बेटी ने जानबूझकर किया था पिता को फोन

बेटी के बुलाने पर मां तो मंदिर के पास पहुंच गई, लेकिन जब उन्होंने देखा अंजलि अपने पति उदित के साथ मंदिर तक आई है, तो फिर घात लगाए बैठे प्रखर और शीलू को झटका लगा। प्रखर ने अब फौरन अंजलि की बेटी यानी अपनी गर्लफ्रेंड को फोन किया और अपने पिता को वहां से हटाने को कहा। इस पर बेटी ने पिता को फोन कर अपने बनखंडी मंदिर से दूर खुद को सिकंदरा चौराहे से पिक करने की बात कही।

नाले के किनारे मिली थी अंजलि की लाश

इधर, उदित अंजलि को छोड़ अपनी बेटी को पिक करने निकले और उधर, बेटी के ब्वॉयफ्रेंड ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अंजलि का जंगल में चाकुओं से गोद कर कत्ल कर दिया और उसकी लाश नाले के किनारे फेंक कर फरार हो गए थे।

(आगरा से अरविंद शर्मा का इनपुट)

 

Sources:AAJTAK

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