गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की तिहाड़ जेल में हत्या

 


नयी दिल्ली : दिल्ली कोर्ट शूटआउट के आरोपी गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया को प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों ने तिहाड़ जेल में मार गिराया। दिल्ली की रोहिणी अदालत में गोलीबारी की घटना के आरोपी टिल्लू ताजपुरिया की तिहाड़ जेल में आज सुबह उसके प्रतिद्वंद्वियों ने हमला कर हत्या कर दी। अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी। कारागार अधिकारियों के मुताबिक घटना सुबह करीब 6ः30 बजे घटी। विरोधियों के हमले के बाद ताजपुरिया को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना का विस्तृत विवरण अभी नहीं मिला है।जेल अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली की एक अदालत में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की हत्या की साजिश रचने वाले टिल्लू ताजपुरिया को प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों ने मंगलवार को तिहाड़ की मंडोली जेल में मार डाला।

जेल अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली रोहिणी कोर्ट शूटआउट के आरोपी जेल में बंद गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया को प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों ने मंगलवार को तिहाड़ की मंडोली जेल में मार डाला। पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रतिद्वंद्वी जितेंद्र गोगी गिरोह का कथित शार्प शूटर योगेश उर्फ टुंडा और उसके साथी दीपक तीतर ने ताजपुरिया पर लोहे की रॉड से हमला किया।अधिकारियों ने कहा कि ताजपुरिया को राष्ट्रीय राजधानी के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया,जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि गैंगस्टर को बेहोशी की हालत में लाया गया था और सुबह करीब 6ः30 बजे उसे मृत घोषित कर दिया गया। घटना की पुलिस जांच चल रही है।सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया दिल्ली में एक कुख्यात आपराधिक गिरोह का मुखिया था और मोस्ट वांटेड गैंगस्टर जितेंद्र गोगी के नेतृत्व वाले एक अन्य समान रूप से कुख्यात गिरोह के साथ कट्टर प्रतिद्वंद्वी था।

2015 में ‘टिल्लू’ को सोनीपत पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल दिया था। 24 सितंबर, 2021 को ताजपुरिया के दो सहयोगियों ने वकीलों की वेश में आए गोगी की दिल्ली की रोहिणी अदालत के एक अदालत कक्ष के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी थी। गोगी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके दो हत्यारों को अदालत कक्ष के अंदर पुलिस ने मार गिराया। ताजपुरिया, जो पहले से ही एक अन्य अपराध के लिए जेल में था, से मुख्य साजिशकर्ता के रूप में पूछताछ की गई थी।गोगी और ताजपुरिया गैंग के बीच करीब एक दशक से कड़वाहट चल रही है। इन 10 सालों के दौरान दो गुटों के बीच हुई झड़पों में अब तक दो दर्जन से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। गिरफ्तार किए गए दोनों गिरोह के सदस्य सुपारी पर हत्या, जबरन वसूली, डकैती और कार लूट के मामलों में शामिल हैं।

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