उत्तराखण्ड: मालवाहक ट्रकों में अब जीपीएस लगाना हुआ जरूरी



उत्तराखण्ड: ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम में सुधार करते हुए उत्तराखंड सरकार ने माल ढोने वाले वाहनों के लिए एक नया निर्देश जारी किया है। उत्तराखण्ड में अब सभी माल ढोने वाले ट्रकों-ट्रालों में जीपीएस सिस्टम लगाना जरूरी होगा। परिवहन सचिव इसके आदेश दिए हैं साथ ही सभी आरटीओ और एआरटीओ को इस व्यवस्था को फौरन लागू कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। आपको बता दें कि इससे पहले 20 अप्रैल 2022 को भी सरकार ने इसके आदेश दिए थे।

गौरतलब है कि केंद्रीय मोटरयान नियमावली के मुताबिक माल ढोने वाले वाहनों के साथ-साथ यात्री वाहनों में जीपीएस लगाने का भी प्रावधान किया गया है। उस नियमावली को अब राज्य में भी लागू किया जा रहा है। यात्री वाहनों में जीपीएस लगाने के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं। केवल पुराने वाहनों को इससे छूट दी गई थी। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जीपीएस लगाने से मालवाहक वाहनों की निगरानी करना आसान हो जाएगी। इस वक्त प्रदेश में माल वाहक वाहनों की संख्या 75 से 80 हजार के लगभग है।

उत्तराखण्ड में हर मालवाहक ट्रक में जीपीएस लग जाने के बाद वाहनों की मॉनिटरिंग आसानी से की जा सकेगी। राज्य में चलने वाले हर मालवाहक वाहन में जीपीएस डिवाइस लगाई जाएगी, इसका सिम नंबर और चैसिस नंबर परिवहन विभाग के वाहन पोर्टल और वीएलटी पोर्टल पर दर्ज कराया जाएगा। यह पूरा डाटा स्टेट डाटा सेंटर के सर्वर में सेव होगा और कुल्हान स्थित परिवहन आयुक्त मुख्यालय के जरिए वाहनों पर नजर रखी जा सकेगी।संयुक्त परिवहन आयुक्त के अनुसार यह डिवाइस हर दो-दो मिनट में डाटा सेंटर को मैसेज भेजता रहता है। वे बिल और वाहन रूट इससे मैच किया जा सकेगा। साथ-साथ यदि वाहन ओवरस्पीडिंग करता है गलत रूट पर जाता है अथवा हादसा होने पर तत्काल जानकारी मिल जाएगी।

साभारः हिन्दुस्तान समाचार

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