यूक्रेन मे फंसे मेरठ के छात्र,सरकार के प्रति परिजनों में गुस्सा



यूक्रेन में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे छात्रों के परिजन बिगड़ते हालात और यूक्रेन पर रूसी हमलों से डरे हुए हैं वहां उनके जिगर के टुकड़े कैसे और किन हालातों मे हैं इसको लेकर वे बहुत चिंतित हैं। जैसा कि मालूम है रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर हमला बोल दिया था। 

यूक्रेन मे मेरठ के कई छात्र एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं,लेकिन हमले के बाद वे छात्र वहां फंस गए हैं। कुछ छात्रों का  25 फरवरी का टिकट था लेकिन यूक्रेन में एयरपोर्ट खाली करा लिए गए जिससे उन छात्रों के भारत आने की उम्मीद को झटका लगा है। वहां पर फंसे छात्र लगातार फोन पर परिजनों के संपर्क में हैं छात्रों ने अपने परिजनों को बताया कि सभी भारतीय छात्रों को यूनिवर्सिटी कैंपस में एकत्रित कर लिया गया है जबकि कैंपस के ऊपर से रूस के लड़ाकू विमान गुजर रहे हैं। हालांकि रूस के हमले का केंद्र सेना है जिससे वह सुरक्षित हैं। भले ही रूस का निशाना यूक्रेन की सेना हो लेकिन खतरा तो खतरा है जो पूरी तरह से बना हुआ है। खबर है कि ये लड़ाई कई दिन तक चलने की आशंका है।

दात्रों के परिजनो ने इस खौफ की घड़ी मे केंद्र सरकार पर बेरुखी करने का आरोप लगाया है,उन्होंने कहा यूक्रेन का हवाई यात्रा का टिकट 30 हजार से दो गुना 60 हजार कर दिया गया।


उन्होंने कहा कि सरकार को जिम्मेदारी उठाते हुए यूक्रेन गए भारतीय 25-30 हजार छात्रों को निशुल्क भारत लाने का प्रबंध कराना चाहिए था लेकिन सरकार ने मामले को गम्भीरता से नहीं लिया। आज हजारों छात्रों के परिवार डर के कारण परेशान हैं  सभी परिजन अपने बच्चों के सुरक्षित रहने की प्रार्थना ईश्वर से कर रहे हैं।

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